दोस्तो आज में आप को on page seo kya hai aur kaise kare इस टॉपिक पर कुछ कीमती बाते बताने वाला हु अगर आप गांव के रहने वाले है तो आप ने देखा होगा जैसे किसान फसल को बो ने के लिए जमीन को हम वार करता है ठीक ऐसे ही हमारा blog गुगल me रैंक करे इसके लिए on page seo किया जाता है
इस ब्लॉग पोस्ट में हम आसान जुबान में समझेंगे के on page seo kya hai aur kaise kare साथ में ये भी सीखेंगे के off page sco से क्या फर्क पड़ता है और ब्लॉग पोस्ट में on page seo कैसे करे तो चलो दोस्तों आज की ब्लॉग पोस्ट को शुरू करते है और जानते है के on page seo kya hai aur kaise kare.
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on page seo kya hai aur kaise kare
चलिए दोस्तो सब से पहले जानते है के on page seo kya hai इसको आसान जुबान में समझे तो हमारे ब्लॉग पेज पर ऐसा seo करना के google आप की पोस्ट देख कर समझ जाए के ये ब्लॉग पोस्ट किस टॉपिक पर है और इसे किन लोगों को दिखाना है
On page seo आप के ब्लॉग के अंदर होता है जैसे के टाइटल,meta description अच्छी तरह से रिसर्च कर के keyword शामिल करते हुए सही तरह से डालना,
और heading linking और image optimization और साथ में page speed जैसे ऑप्शन को सही तरीके से इस्तेमाल करना,
ओन पेज एस सी ओ को एक मिसाल से समझिए
जैसे खेती में अच्छी पैदावार लेने के लिए बीज, खाद,पानी और मेहनत जरूरी है
वैसे ही हमारे ब्लॉग को गूगल में रैंक करने के लिए on page sco जरूरी है.
Off Page SEO क्या होता है?
Off page SEO इसे कहते है जो आप के ब्लॉग को बाहर से सजाया जाता है जिस से गूगल को लगे के ये ब्लॉग भरोसे मंद और प्रसिद्धि पा चुका है,
off page seo me kya kya hota hai
ऑफ पेज seo में backlinks बनाना यानि के दूसरी पॉप्यूलर साइट के साथ अपने ब्लॉग के लिए लिंक लेना,
- सोशियल मीडिया सेरिंग
- फोरम कमेटिंग
- Guest posting
- Influencer outreach
समझ लीजिए के on page seo घर की सफाई हे और off page seo अपने पड़ोसियों को बुला के कहना के देखें आओ देखो हमारा घर कितना अच्छा है,
On Page SEO कैसे करें? (Step-by-Step गाइड)
ओन पेज seo ये हमारे ब्लॉग के लिए बहुत अहम है इस लिए इसे सिख कर अच्छी तरह से करे जिस से हमारा लोग रैंक करे,
इसमें कुछ चीजें नीचे दी जा रही है जिसको आप को ध्यान से करना है
1. सही टाइटल लिखें (SEO Friendly + Eye-catching)
अपने ब्लॉग के टाइटल में जिस की वर्ड को ध्यान में रख कर आप टाइटल में Focus Keyword जरूर डाले,
और आप का टाइटल 50 से 60 कैरेक्टर के बीच में रहना चाहिए जैसे ब्लॉगिंग ये नहीं चलेगा क्योंकि एक ही कीवर्ड है
और ब्लॉगिंग क्या है? नए ब्लॉगर के लिए पूरी गाइड ये सही है इस लिए के ये एक लंबा कीवर्ड है और इसमें फोकस कीवर्ड भी है और 50 से 60 शब्दों का भी है और ऐसा टाइटल जल्दी गूगल में रैंक करता है.
2. Meta Description डालें
दोस्तो सब से पहले ये जानते है के meta description kya hota hai तो जान लीजिए के Meta Description एक HTML टैग होता है जो हमारी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट का छोटा सी summary होता है। यह गूगल जैसे सर्च इंजन में आपके पेज के लिंक के नीचे दिखता है
जिसे पढ़ कर रीडर को पता चल जाता है के इस पोस्ट में क्या क्या कंटेंट है और किस टॉपिक पर लिखी गई है
ईसकी लंबाई 150–160 कैरेक्टर के बीच होनी चाहिए
- Meta साफ़, सीधी और आकर्षक हो
- इसमें Target कीवर्ड ज़रूर शामिल हो मिसाल के तौर पर
- on page seo kya hai aur kaise kare इस तरह मेन कीवर्ड को meta description me efbb
क्लिक करवाने वाला CTA (जैसे – जानिए, सीखिए, अभी पढ़ें) हो तो और भी ज्यादा अच्छा है
ब्लॉग के URL को छोटा और क्लीन रखें ये आप को SEO और यूज़र एक्सपीरियंस दोनों के लिए फायदा देगा
साफ सुथरा url देखने में अच्छा लगता है और google को भी पेज का टॉपिक और वस्तुओ को अच्छी तरह समझने में मदद करता है
छोटे और कीवर्ड-फोकस्ड URL याद रखने में आसान होते हैं और सोशल मीडिया पर शेयर करते वक्त प्रोफेशनल दिखते है
इसलिए कोशिश करें कि URL में तारीखें, बिन जरूरी शब्द या नंबर न हों सिर्फ पोस्ट का मेन कीवर्ड या टॉपिक शामिल हो
slugs में सिर्फ पोस्ट के टॉपिक से जुड़ा keyword हो जैसे के w www.bloggerimran.in/on-page-seo-kaise-kare इस तरह url बनाए.
4. H1, H2, H3 Tags का सही इस्तेमाल करे
H1, H2, H3 Tags kya hota hai
सब से पहले ये समझते हैं के ये होते क्या है तो दोस्तो ये एक heding टैग होते है
जिसका काम हमारे ब्लॉग या वेबसाइट के टाइटल और सब टाइटल को गूगल को दिखाना और on page seo को बेहतर बनाने में help करना है,
अब समझते हैं के H1, H2, H3 Tags kaam kaise karte। Hai तो जान लीजिए के
- H1 heding सब से बड़ा और हमारे ब्लॉग का मेन टाइटल होता है,जो हर पेज में सिर्फ एक बार लगाया जाता है जैसे इस पोस्ट का है on page seo kya hai aur kaise kare,
- H2 और H1 अंदर आने वाले सब टॉपिक सब टाइटल कहला ते है जैसे meta teg kaise likhe,
- H3 और H2 के अंदर आने वाले सब पॉइंट्स या और छोटे हेडिंग होते है वह इन दोनों के अंडर आते है
जैसे: मेटा डिस्क्रिप्शन की लंबाई कितनी होनी चाहिए?
H1, H2, H3 Tags sco में क्यों जरूरी हैं
इस से google समझता है के आपका आर्टिकल किस टॉपिक पर है फिर वो उस टॉपिक को पसंद करने वाली ऑडियंस को आप की पोस्ट को भेजता है
हेडिंग देख कर आर्टिकल पढ़ने वालो को आसानी हो जाती है
Structured content दिखता है, जिससे आप के ब्लॉग की रैंकिंग अच्छी तरह होती है,
अपने ब्लॉग की रैंकिंग बेहतर करने के लिए इन हेडिंग के बारे में एक बात दिमाग में बिठा लीजिए
- H1 heding एक बार होता है
- H 2 Post के हिसाब है जितनी जरूरत हो
- H 3 हेडिंग हमेशा H2 के अंदर होता है
बस साफ सुथरा content risarch कर के लिखा हुआ आर्टिकल और और बढ़िया sco इसकी मदद से हो जाएगा
5. Keywords का सही इस्तेमाल करें
अब हम सीखते है के अपनी ब्लॉग पोस्ट के अंदर keyword ka use kaise kare
- 1 टाइटल में डाले जो के है H1 हेडिंग अपने आप बन जाता है आप को अलग से डालने की जरूरत नहीं रहती जैसे के On Page S Kya Hai Aur Kaise Kare,
- 2 अपनी पोस्ट के पहले पैराग्राफ में नेचरल तरीके से एड करे जिस से आगे लाइन बिगड़े नहीं और गूगल पोस्ट के शुरू में ही समझ जाए के आप का आर्टिकल किस टॉपिक पर आधारित है,
- 3 H2 और H3 को Subheadings में डालें टॉपिक को तोड़ तोड़ कर लिखे और हर सब टॉपिक में कीवर्ड को एड करे,
- 4 अपने फोकस कीवर्ड को पोस्ट के बीच-बीच में 3 से 5 बार नेचरल तरीके से दोहराएं लेकिन Overuse मत करें वरना स्पैम लगेगा,
- 5 आप ब्लॉग पोस्ट के लिए जो इमेज बनाते है उसमें Image ALT Text में अपना मुख्य कीवर्ड जरूर डालें ऐसा करने से Google images से भी ट्रैफिक आएगा.
- 6 url जिसे परमालिंक भी कहा जाता है उसमें छोटा कीवर्ड वाला लिंक रक्खे जैसे
www.bliggerimran.in/online-paise-kaise-kamaye
- 7 Meta Description फोकस में कीवर्ड naturally तरीके से एड करे और 150–160 characters में curiosity के साथ sco फ्रेंडली लिखे.
आर्टिकल लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
आप आर्टिकल लिखते वक्त कीवर्ड को बार बार घुसेड़ना जबरजस्ती ऐसा हरगिज न करे इसे इंटरनेट की भाषा में Keyword Stuffing कहा जाता है,
कीवर्ड को अपने ब्लॉग में नेचरल तरीके से डाले जिस से आगे पीछे की लाइन खराब न हो और पढ़ने वाले को भी अजीब न लगे कीवर्ड को Unnatural तरीके से डालना सही नहीं है
आप का मकसद आर्टिकल लिखने का सिर्फ ये है के मेरी पोस्ट गूगल में रैंक कर जाए और आप ये भी भूल जाए के ये पोस्ट में एक इंसान की प्रोबलेम को ठीक करने के लिए लिख रहा हु
एक आर्टिकल लिखते वक्त एक बात खास याद रख्खो आप कीवर्ड तो लिखो गूगल के लिए लेकिन इंसानों की जुबान में जिसे पढ़ कर अजीब न लगे.
आर्टिकल में लिखी जाने वाली भाषा सरल ,साफ और असर डालने वाली होनी चाहिए जो एक बार कोई पढ़ना शुरू करे तो लेख पूरा किए बगैर न छोड़े.
6. Image Optimization करें
इमेज ऑप्टिमाइजेशन ब्लॉगिंग और sco के लिए बहुत जरूरी है इस लिए के Image Optimization सही करने से आप को बहुत फायदे होते है जैसे के आप का ब्लॉग या साइट फास्ट खुलती है जिस से बाउंस रेट घटता है
Image Optimization के फायदे:
- ब्लॉग तेज़ खुलता है → Bounce Rate कम होता है
- Google इमेज को सही से समझ पाता है
- SEO में सुधार आता है
- Google Images से ट्रैफिक मिलता है
गूगल आप की इमेज को अच्छी तरह समझ पता है के ये पोस्ट किस टॉपिक पर लिखी गई है आप के ब्लॉग के sco में फायदा होता है Google Images से भी ट्रैफिक आता है आप के ब्लॉग पर
Image Optimization Kaise Kare?
1 इमेज का साइज सही रक्खे
आप अपने ब्लॉग इमेज की साइज 800px × 600px रक्खे ये ब्लॉग के लिए सब से पढ़ाया है और काफी भी है
इस से ज्यादा की इमेज रखना आप के लिए नुकसान करने वाला है जैसे 3000px × 2000px साइज की फोटो रहना ठीक नहीं है
इमेज को कंप्रेस कर के ब्लॉग पोस्ट के लिए 50 KB–150KB के बीच की इमेज रखें ये आप के ब्लॉग को जल्दी खुलने में मदद करता है
2. Image का नाम सही रखें (File Name)
एक बात याद रखिए गूगल फोटो को पढ़ नहीं सकता ये किस टॉपिक की फोटो है लेकिन फाइल का नाम जरूर पढ़ता है,जैसे
Bad: IMG1234.jpg
Good: on-page-seo-guide.jpg
फाइल का नाम छोटा और आप के ब्लॉग पोस्ट के टॉपिक से मिला हुआ रखिए जैसे स्लग होता है
3. ALT Text ज़रूर डालें
Alt text इमेज़ का नाम है जो Google और Screen Reader दोनों के काम आता है जिस से आप के ब्लॉग के रैंक होने के चांस बढ़ जाते है
एक बात का ख्याल रक्खे के alt टैक्स में आप नेचरल तरीके से कीवर्ड जरूर एड करे
4. WebP या Compressed JPG इस्तेमाल करें
आप इमेज को JPG छोटे साइज़ में या फिर WebP इस से भी छोटा साइज में लगाए जिस से फास्ट लोडिंग हो
इस लिए बड़ी इमेज को कप्रेश कर के छोटी साइज में कर के इस्तेमाल करे,
5. Lazy Load ON करें
Lazy Load का मतलब है के इमेज तब लोड हो जब यूज़र नीचे स्क्रॉल करे
Blogger में ऑटोमैटिक होता है या loading lazy कोड से भी ऐड कर के भी सकते हैं
6. Image के लिए Caption और Context दें
अगर इमेज से जुड़ा टेक्स्ट या हेडिंग पास में हो, तो Google और रीडर दोनों को समझ में आता है इस लिए इसका इस्तेमाल जरूर करे
7 Internal और External Linking करें
Internal लिंक के लिए अपनी साइट के दूसरे पोस्ट से लिंक करें अपनी ही पोस्ट को अपनी सैम टॉपिक वाली पोस्ट को एक दूसरे से लिंक करना इसे अंदर की लिंक कहा जाता है
External लिंक के लिए अपने ब्लॉग पर दूसरी भरोसेमंद साइट जैसे Wikipedia या Moz से लिंक करना इसे बाहर की लिंक कहा जाता है
8. Mobile Friendly + Fast Page Load
Mobile Friendly और Fast Page Load क्यों जरूरी है?
आज के समय ले ज्यादा तर लोग mobail यूज़र है जो intrnet ब्राउज करते है इस लिए हमारा ब्लॉग Mobile Friendly होना बहुत जरूरी है
अगर हमारी वेबसाइट या ब्लॉग मोबाइल पर सही से नहीं खुलता तो आने वाला विजिटर तुरत चला जाएगा इतना वक्त किसी के पास नहीं के को हमारे ब्लॉग के खुलने का इंतजार करे,
वो हमारे ब्लॉग पर आने वाला मेहमान हमारा ब्लॉग मोबाइल पर सही तरीके से न खुलने की वजह से तुरंत बाहर चला जाएगा.
और उसका सीधा असर आप के ब्लॉग या वेबसाइट के Bounce Rate और Google Ranking पर पड़ेगा,
साथ ही, आप की वेबसाइट का Fast Page Load होना भी ज़रूरी है क्योंकि लोग अब सेकंडों में डिसीजन के लेते हैं कि किस साइट को पढ़ना है और किसको नहीं,
अगर आपकी साइट लोड होने में 3 सेकंड से अधिक समय लेती है, तो 50% यूज़र्स बिना पढ़े ही छोड़ देते हैं।
इसलिए एक responsive डिज़ाइन, हल्की इमेजे और बेहतर कोडिंग के ज़रिए आपको अपनी साइट को मोबाइल फ्रेंडली और तेज़ बनाना चाहिए रैंकिंग के लिए.
Schema Markup लगाएं
Schema Markup आप की ब्लॉग पोस्ट को google जैसे सर्च इंजन में समझने लायक और sco फ्रेंडली बनाता है
इसको लगाने से रैंकिंग और CTR (Click Through Rate) दोनों बढ़ सकते हैं
Schema Markup के लिए JSON-LD और Microdata दोनों का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन SEO के नजरिए से Google खुद JSON-LD को Recommend करता है। चलिए दोनों के बारे में जल्दी से समझ लेते हैं
JSON-LD और Microdata Format क्या है
JSON-LD (Recommended by Google)
फायदे क्या है
Page के HTML से अलग होता है (Script टैग में लिखा जाता है)
Page को messy नहीं बनाता
Maintain करना आसान
Structured Data Testing Tools में सही से show करता है
Microdata Format
HTML के अंदर attributes में ही data लिखना होता है
Page messy हो जाता है
Manage करना मुश्किल होता है
इन दोनों मैसे आप को JSON-LD ही का उपयोग करें ये फास्ट, साफ और Google का Recommended तरीका है,
10 FAQ section जोड़ें
गूगल FAQ snippet दिखाता है इस लिए इसे पोस्ट में लगाने से CTR बढ़ता है
आप पुरानी पोस्ट को समय समय पर अपडेट करते रहे Table of Contents को भी जरूर लगाएं
Related Posts Section भी अपने ब्लॉग में जरूर लगाएं और सर्च कंसोल में स्टेट्स और एरर चेक करते रहे
Canclusan
On page Seo ब्लॉगिंग की वो जड़ है जो आप के कंटेंट को गूगल की नज़र में लाता है मेरे दोस्तो अगर ये छोटी छोटी चीजों को ध्यान से देख कर अपने ब्लॉग पर एप्लाई करोगे तो एक पैसा खर्च करे बगैर ट्रैफिक आना शुरू हो जाएगा उम्मीद करता हु आप को पोस्ट समझ में आ गई होगी कमेंट के अपनी राय जरूर दे और हमारे ब्लॉग blogger imran को फॉलो जरूर करे.


